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बुधवार, 3 अक्तूबर 2012

लग्नस्थ मंगल दोष नाशक उपाय


परिहार ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र
मु. पो. आमलारी, वाया- दांतराई
जिला- सिरोही (राज.) 307512
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मंगल दोष के बारे में......... अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ............आप मेरे द्वारा लिखित पुस्तक .....मंगल दोष -पीड़ा और परिहार...... का अध्धयन करे
1 चांदी  कि अंगुठी मे सफेद मुगा जडवाकर धारण करे ।
2 शुक्ल पक्ष के मंगलवार से प्रारभ कर 21 मंगलवार सवा किलो गुड अपने सिर पर से सात बार उतारकर लाल या सफेद गााय को खिलाए गुड खिलाने के पश्चात गाय के सिर पर प्यार से हाथ फेरकर प्रणाम करे ।इसके साथ हि शुक्रवार के दिन से प्र्रारभ कर या सोमवार से प्रारभ कर 21 दिन तक प्रतिदिन आटे व शक्कर को धी मे सेककर अपने उपर से सात बार उतारकर चिटिंयो को खिलाए।
3 अपने भाईयो से प्यार भरा बर्ताव करे। उनसे कभी भी व्यर्थ विवाद न करे।
4 शुक्लपक्ष के मंगलवार से प्रारभ कर मगलवार को सरसो के तेल का दीपक जलाते हुए ग्यारह बार हनुमान चालिसा का पाठ करे।
5 मंगलदोष के कारण विद्याध्ययन मे बाधा आ रही हो तो निम्न मंत्र का जाप शुक्ल पक्ष के मगलवार से शुरू कर प्रतिदिन 108 बार जाप करे जाप करते समय सरसो के तेल का दीपक जलाए। संभव होने पर हनुमान जी को चोला चढावे ।
                  मंत्र-बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार।
                  बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु क्लेश विकार।।

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