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शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2012

मंगलदोष निवारण के कुछ अनुभुत उपाय

परिहार ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र
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ब्रह्माजी ने ग्रहो को वरदान दिया है कि जो तुम्हारी पुजा अर्चना एवं तुम्हारे निमित दान करे । उसके दुःख दर्द को दुर कर उसे सुख शांति प्रदान करे। इसीलिए जन्मागं चक्र में मंगल दोष होने पर उसका उपाय करना समझदारी है। मंगल दोष होने पर आप निंम्न मे से कोई उपाय करे जिससे मंगल शुभ फल देने लगे ।
मंगल दोष के निवारण के लिए रात को ताबें के बर्तन मे पानी भरकर उसे अपने सिरहाने रखकर सोए एंव सुबह किसी वृक्ष पर चढा दे।
मंगल दोष के कारण दाम्पत्य जीवन मे तनाव रहता हो,उपाय करने पर भी सुधार गुंजाइश न होतो गौरी शंकर रुद्राक्ष को अभिमंत्रित कर धारण करे ।इसे धारण करने से मंगल शुभ फल देने लगता हैं।
मंगल दोष होने पर वर्ष में एक बार चोला हनुमान जी को अवश्य चढाए ।
मंगल दोष होने पर विवाह में विलंब की स्थिति बने तब शुक्ल पक्ष के मंगलवार से प्रारभ कर दुर्गा माता कि तस्वीर के सामने धुप दिप जलाकर निम्न मंत्र का 108 बार जप कर जिससे शीघ्र विवाह कि स्थिति बनंने लगेगी।
नमः पत्नी मनोरमा देहि मनोवृतानुसारिणिम्
तारिणी दुर्ग संसार सागरस्य कुलोद्भवाम् ह्नीं 
मंगल दोश के कारण गुप्त रोग कि शिकायत होने पर तीन मुखी रुद्राक्ष को जल मे धिसकर अपनी नाभि पर लगाय । इस प्रकार प्रयोग निंरंतर करने से गुप्त रोग कि शिकायत दुर होने लगती है। मंगल शुभ भाव स्वामी हो तो रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है। 
मंगल दोष के निवारण के लिए दान का भी विशेष महत्व है। दान करने से ग्रह कि अशुभता कम होकर उसका शुभ फल प्राप्त होने लगता है। मंगल कि वस्तुओ का दान यदि आप किसी मंगलवार को करे तो आपका मंगल आपके लिए मंगलदाता बन जाएगा।
दान किसी योग्य व्यक्ति को हि दे । इस प्रकार मंगल कि वस्तुओ का आप दान समय समय पर करते रहे। मंगल के दान पदार्थ- मुगा ,गेहु, मसुर, दाल ,रक्त, बैल गुड स्वर्ण लाल रंग के वस्त्र कनेर पुष्प एंव तांबे का दान बताया गया है।
मंगल दोष के कारण दाम्पत्य जीवन मे कुछ परेशानी हो तो लग्न के अनुसार मंगल किस भाव का स्वामी बन रहा है। यदि मंगल केन्द्र त्रिकोण का स्वामी हो एंव लग्नेश मंगल का मि़त्र ग्रह हो तो मुंगा धारण करना चाहिए। मुंगंे को चादी कि अंगुठी मे जडवाकर अनामिका अगुंली मे धारण करना चाहिए । धारण करने से पुर्व इसे अभिमंत्रित करे।
मंगल दोष के कारण विद्याध्ययन मे बाधा आ रहि हो तो निम्न मंत्र का 108 बार जाप करे ।जाप करते समय सरसो के तेल का दीपक जलाकर पुर्ण श्रद्धा एंव विश्वास करे ।
मंत्र‘- बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार ।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु क्लेश विकार।।
मंगल दोष निवारण के लिए शुक्ल पक्ष के मंगलवार से प्रारभं कर प्रतिदिन या मंगलवार के दिन अपने सिर पर से सवा किलो गुड उतारकर किसी गाय को खिलाए । फिर गाय के सिर पर प्यार से हाथ फेरकर प्रणाम करे । इससे मंगल शुभ फल देने लगता है।
शुल्क पक्ष के मंगलवार से प्रांरभ कर प्रत्येक मंगलवार को लाल कपडे में रेवाडिया और बताशे रखकर अपने सिर पर से बात उतारकर जल प्रवाह करने से मंगल शुभ दाता बनने लगता है ।ऐसा आप 43 मंगलवार तक करे ।
शुल्क पक्ष के मंगलवार से प्रांरभ कर प्रत्येक मंगलवार को 400 ग्राम चावल दुध से धोकर अपने सिर पर से सात बार उतारकरॐ अं अंगारकाय नमः का जाप करते हुए जल प्रवाह करे ।ऐसा करने से मंगल शुभ दाता बनने लगता है।. मंगल दोष के बारे में......... अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ............आप मेरे द्वारा लिखित पुस्तक .....मंगल दोष -पीड़ा और परिहार...... का अध्धयन करे .

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