WIDGEO

सोमवार, 5 नवंबर 2012

दीपावली पर ऐसे करे माँ लक्ष्मी को प्रसन्न


परिहार ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र
मु. पो. आमलारी, वाया- दांतराई
जिला- सिरोही (राज.) 307512
मो. 9001742766,9001846274,02972-276626
Email-pariharastro444@gmail.co
धार्मिक ग्रंथो और तंत्र शास्त्रों में दीपावली पर माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के अनेक उपाय बताये गए हैं | माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए साधक इस दिन विशेष साधनाए भी करते हैं | इस रात् को भगवती लक्ष्मी भगवन विष्णु के साथ विश्व भ्रमण पर निकलती हैं | कहा जाता हैं की जो साधक श्रद्धा ,भक्ति और विश्वास से माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना करता हैं तो देवी लक्ष्मी उसकी पूजा से प्रसन्न होकर उसके घर में निवास करने लगती हैं |
माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कालरात्रि का विशेष महत्त्व हैं | तंत्र शास्त्रों में इस रात्रि को महाशक्ति माना गया हैं |कालरात्रि को महाशक्ति के श्री विद्या का अंग माना गया हैं | श्री विद्या की उपासना से सुख ,सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति स्वतः ही होने लगती हैं | इस समय सूर्य और चन्द्र तुला  राशी  में भ्रमण करे  रहे होते हैं | इसीलिए  तंत्र शास्त्रों के अनुसार इसमे साधना करने से सुख -समृद्धि और धन -धान्य की प्राप्ति होती हैं |माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए यहाँ पर कुछ शास्त्रोक्त अनुभूत उपाय बताते जा रहे हैं |  जिनको करके आप माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं ....
..दीपावली की रात्रि में लक्ष्मी पूजनोपरांत निम्न मन्त्र का १० माला जप करे | १०८ आहुति खीर से इस  मन्त्र की देवे | फिर अगले वर्ष तक प्रतिदिन एक माला निम्न मन्त्र का जप करे | भगवती लक्ष्मी की कृपा से दिन -प्रतिदिन धन धान्य और सुख समृद्धि में वृद्द्धि होती रहेगी  | मन्त्र इस  प्रकार हैं ...
श्री शुक्ले महा शुक्ले कमल दल निवासे श्री महा लक्ष्मी नमो  नमः लक्ष्मी माई सत  की सवाई आओ सेतो करो भलाई भलाई  करो तो सात  समुद्रो की दुहाई रिद्धि सिद्धि उख्गे तो नो नाथ चौरासी सिद्धो गुरु गोरखनाथ की दुहाई |
...शाबर मंत्रो के बारे में कहा जाता हैं की इन  मंत्रो का साधक द्वारा जितनी अधिक संख्या में जप किया जाता हैं | उतना ही अधिक फल प्राप्त होने लगता हैं | दीपावली की रात्रि से प्रारंभ कर इस  मन्त्र का नित्य प्रति १०८ बार जप करना चाहिए |इस  मन्त्र जप के प्रभाव से आपके ऊपर लक्ष्मी की कृपा बनाने लगती हैं |मन्त्र जप के समय घी का दीपक ,धुप और सुगन्धित अगरबत्ती अवश्य जलती रहनी चाहिए फिर आसन लगाकर मन्त्र जप प्रारंभ करे मन्त्र इस  प्रकार हैं .....
विष्णु प्रिय लक्ष्मी शिव प्रिया सती से प्रकट हुई  कामाक्ष  भगवती आदि शक्ति युगल मूर्ति महिमा अपार  दोनों की प्रीति   अमर जाने संसार  दुहाई कामाक्षा की आय बढा  ,व्यय घटा ,दया कर माई  नमः विष्णु प्रिये  नमः शिव प्रिये  नमः कामाक्षाय  ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं  फट स्वाहा |
....पद्मावती देवी की साधना दीपावली पर करना अत्यंत शुभ माना गया हैं |इस  दिन से पद्मावती देवी की साधना प्रारंभ कर वर्ष भर करते रहने पर साधक को सभी क्षेत्रो में सफलता प्राप्त होती हैं |इसके जप से लाक्ष्मी प्राप्ति ,शत्रु नाश ,कष्टों से छुटकारा और व्याधि में भी राहत  प्राप्त होती हैं दीपावली की रात  में गुलाल ,गेरू ,छबीला ,चन्दन ,कपूर का चूरन लेकर गंगा जल मिलाकर १०८ गोलिया बनाये | हरे रंग के वस्त्र पहने और हरे रंग के आसन का प्रयोग करे आसन उपलब्ध नही हो तो आसन की जगह दरी का प्रयोग करे | इसके पश्चात् मन्त्र जप करते हुए अंत में स्वाहा लगाकर १०८ गोलियों की आहुति देवे ऐसा महीने में एक बार आहुति अवश्य दे जिससे आप पर देवी पद्मावती की कृपा होने लगाती हैं | मन्त्र इस  प्रकार हैं ...
 पद्मावती पदम् नेत्रे पदमासन लक्ष्मी दायिनी वान्क्षा  भुत प्रेत निग्रहानी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी रिद्धि वृद्धिम कुरु कुरु स्वाहा  ह्रीं  श्रीं पदमाव्त्ये नमः |
..दीपावली की रात  को स्फटिक श्री यंत्र और एक स्फटिक माला डायमंड कट  प्राप्त कर पहले रख ले | दीपावली की रात  को पहले लक्ष्मी पूजा करते समय इन्हे पूजा स्थान में रखे उस पर चन्दन और पुष्पादी  चढ़ाये फिर घी का दीपक जलाये सुगन्धित धुप और अगरबत्ती जलाये | इसके पश्चात् निम्न मन्त्र का १९८ बार जप करे मन्त्र इस प्रकार हैं ..
 श्री ह्रीं  श्रीं  कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीं  ह्रीं  श्रीं   महा लक्ष्म्ये नमः |
उपरोक्त मन्त्र की दस माला जप करे तत्पश्चात खीर से १०८ बार आहुति देवे |इस  मन्त्र के प्रभाव से जातक का कार्य व्यवसाय सुधरने लगता हैं |उसकी आर्थिक स्थिति में भी दिन प्रतिदिन प्रगति होती रहती हैं उसके बाद दीपावली के अगले दिन से एक माला जप करे शुक्रवार के दिन खीर से आहुति देता रहे तो आपकी आर्थिक स्थिति अवश्य सुधरेगी |
..दीपावली की रात्रि को हल्दी की ११ गांठे ले |इन  गांठो को पीले कपडे में बांध ले फिर लक्ष्मी गणेश का संयुक्त फोटो अपने पूजा स्थान में रखे घी का दीपक जलाकर तस्वीर पर चन्दन पुष्प चढ़ाये इसके बाद निम्न  मन्त्र का ११ माला  जप करे मन्त्र इस  प्रकार हैं ..
 वक्र तुन्डाय हुम | 
मन्त्र जप पूरा करने के पश्चात् हल्दी की गांठे जो पीले कपडे में बंधी हुई हैं उस कपडे को हाथ में लेकर श्रीं  श्रीं  का जप करते हुए अपनी तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दे  | फिर प्रतिदिन इसे धुप दीप अगरबत्ती जलाकर दिखाते रहे | इससे आप पर लक्ष्मी कृपा के साथ साथ आपके  कार्यो में आने वाली विघ्न बाधाये भी दूर होती हैं |
६..यदि आपके कार्य व्यवसाय में प्रगति नही हो प़ा  रही हैं कार्य व्यवसाय पर ग्राहकों की संख्या कम रहती हैं तो दीपावली की रात को एक व्यापार वृद्धि यंत्र प्राप्त करे इसके पश्चात् इसे पंचामृत स्नान कराये |इसके बाद गंगा जल से स्नान कराये | उस पर फल ,फुल ,नाग केसर चढ़ाये सुगन्धित धुप ,दीप ,अगरबत्ती जलाते हुए मूंगा माला से निम्न मन्त्र की ११ माला जप करे | जाप के पश्चात् प्रणाम करे और यंत्र को दुकान के पूजा घर में स्थापित करे | फिर प्रतिदिन धुप दीप दिखाते रहने से आपका कार्य   व्यवसाय दिन -प्रतिदिन प्रगति करता रहेगा 
मन्त्र...ॐ श्रीं सर्व विघ्न हरस्तस्मै गणधिपत्ये नमः |
७...दीपावली के दिन ११ गोमती चक्र ,११ कौड़िया ,५ साबुत सुपारी और काली हल्दी ले | अब काली हल्दी पर पिली हल्दी के छींटे लगावे छींटे लगते समय श्रीं श्रीं का उच्चारण करते रहे | फिर इसके बाद इस सामग्री को पीले कपडे में बांधकर और पोटली बनाकर अपनी तिजोरी में रख दे ऐसा करने से लक्ष्मी आप पर हमेशा प्रसन्न रहेगी |
८...दीपावली की रात में श्री सूक्त का पाठ अवश्य करे | सर्व प्रथम स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करे फिर लाल आसन पर बैठकर लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने घी का दीपक और धुप अगरबत्ती जलाये इसके पश्चात् श्री सूक्त के ११ पाठ करे | हवन कुंड में अग्नि जलाकर श्री सूक्त की प्रत्येक ऋचा के साथ खीर की आहुति दे | इसके पश्चात् दीपक को घर के प्रत्येक भाग में घुमाते हुए माता लक्ष्मी से प्रार्थना करे इसे पुनः पूजा स्थल पर रख दे ऐसा करने से आप पर देवी लक्ष्मी की कृपा होने लगती हैं |
९..दीपावली के दिन हत्था जोड़ी को शुद्ध जल से स्नान कराकर लाल वस्त्र पर रखे | फिर एक कटोरी में तेल भरकर उसमे हत्था जोड़ी को डुबो दे | इसके पश्चात् प्रार्थना करते हुए इसे एकांत स्थान में २१ दिनों के लिए रख दे | २१ दिन के पश्चात् इसे तेल में से निकालकर सिंदूर ,चन्दन और अक्षत चढ़ाये फिर धुप दिखाकर निम्न मन्त्र की २१ माला जप करे इसके पश्चात् चाँदी की एक डिब्बी में रखकर अपने पूजा स्थान  में रख दे |इसको स्थापित करने से माता लक्ष्मी के साथ दुर्गा कृपा भी होने लगती हैं | मन्त्र इस प्रकार हैं ...
ऐं ह्रीं क्लीम चामुन्दाये विच्चे 
१० ...दीपावली की रात में एक कलश में केसर से स्वस्तिक बनाये फिर उसमे पानी भरे उसके पश्चात् चावल ,दूर्वा और एक रूपये का सिक्का उसमे डाले | कलश के ऊपर एक प्लेट  रखे उसे चावल से भर दे |इसके ऊपर स्फटिक श्री यंत्र रखे फिर घी का दीपक जलाकर कुमकुम ,अक्षत चढ़ाये अब निम्न मन्त्र की ११ माला जप करे | जप करते समय भगवती लक्ष्मी का ध्यान रखे और अपने घर में निवास की प्रार्थना करे इसके प्रभाव से आप पर देवी लक्ष्मी की कृपा होने लगती हैं 
मन्त्र..ॐ महा लक्ष्म्ये नमः 
आप भी माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इनमे से कोई उपाय इस दीपावली पर अवश्य करे आप पर भी माता लक्ष्मी की कृपा अवश्य होगी ....

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें