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मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

ज्योतिष और कार्य व्यवसाय

ज्योतिषाचार्य वागा राम परिहार 

९००१७४२७६६,9001846274
प्राचीन काल में किसी व्यक्ति के लिए कार्य उसका पैतृक  व्यवसाय ही ज्यादातर होता था परन्तु समय चक्र के साथ साथ आज कार्य व्यवसाय में भी अनेक परेशानिया कठिन प्रतिस्प्रद्धा के कारण हो रही हैं | आज कोई व्यक्ति किस कार्य व्यवसाय को करेगा कुछ कहा नही जा सकता परन्तु ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से जाना जा सकता हैं की किसी व्यक्ति को कार्य व्यवसाय  करना ठीक रहेगा या उसे कही नौकरी करना शुभ रहेगा | आज लोगो में राजकीय सेवा का अवसर पाने के लिए कई प्रकार के प्रयत्न करने पड़ते हैं परन्तु राजकीय सेवा किसी किस्मत वाले को ही मिलती हैं |...
ज्योतिष शास्त्र के आधार पर किसी जातक के जन्म समय में लग्न, चन्द्र और सूर्य में से जो ग्रह बलि हो उससे दशमेश जिस ग्रह के नवमांश   में होता हैं उसी ग्रह के आधार पर कोई जातक कार्य व्यवसाय को करता हैं उसमे  उसे सफलता भी प्राप्त  होती हैं ......
१ ..यदि दशमेश सूर्य के नवांश में हो तो जातक लकड़ी ,औषधि, फल फूलो वाले वृक्ष ,अनाज ,चिकित्सा ,राजकार्य करके जीविका पाता हैं |
२..यदि दशमेश चन्द्र के नवांश में हो तो जातक जलीय वस्तुओ का व्यापार यथा मोती, शंख ,  सिंघाड़ा ,किसी महिला के यहाँ कार्य कर आजीविका पाता हैं | ऐसे जातक सब्जी, खेती, पशुपालन, शक्कर, शहद, चावल, मिनरल जल और पेय पदार्थो का कार्य व्यवसाय कर आजीविका पाता हैं 
३...यदि दशमेश मंगल के नवांश में हो तो जातक बिजली विभाग, होटल, अस्त्र शस्त्र निर्माण और विक्रय ,शल्य चिकित्सक,पुलिस, सेना ,मारपीट, वसूली और अग्नि सम्बंधित कार्य कर रोजगार पाता हैं |
४...यदि दशमेश बुध के नवमांश में हो तो ज्योतिष कार्य ,लेखा -जोखा ,दूरसंचार सेवा ,लेखन ,प्रकाशन ,कारीगरी ,शिल्प कार्य, उधार कार्य ,बैंकिंग ,बीमा कार्य कर रोजगार पाता हैं |
५..यदि दशमेश वृहस्पति के नवांश में हो तो अध्यापन ,कर्मकांड ,धार्मिक कार्य ,पूजा पाठ कर रोजगार पाता हैं 
६यदि दशमेश शुक्र के नवांश में हो तो जातक फ़िल्मी लाइन ,एक्टर, डांसर ,कोस्मेटिक्स, हीरे -जवाहरात ,नाटक ,गायन ,दवाई विक्रय ,सफ़ेद वस्तुओ का कार्य कर रोजगार पाता हैं |
७..यदि दशमेश शनि के नवांश में हो तो जातक मजदूरी ,न्यायिक कार्य ,वकालात ,खेती ,पेट्रो पदार्थो का विक्रय ,पत्थर कार्य कर आजीविका पाता हैं   |
यदि इस प्रकार से दशमेश नवांशेश बलवान हो तो जातक को कार्य व्यवसाय में कोई परेशानी नहीं रहती परन्तु कमजोर होने पर उसे कई प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ता हैं | इसी प्रकार जन्मांग चक्र में दशमेश का बलवान होना भी जातक को कार्य व्यवसाय में अनुकूलता प्रदान करता हैं | नौकरी के लिए दशमेश और स्वयम के रोजगार कार्य हेतु सप्तमेश का बलवान होना जरुरी हैं | साझेदारी के कार्य में भी सप्तमेश की बलि स्थिति और उसका स्थिर राशी में होना साझेदारी को लम्बे समय तक बनाये रखता हैं |

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