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सोमवार, 3 दिसंबर 2012

सूर्य की जन्मांग में स्थिति के अनुसार उपाय


ज्योतिषाचार्य वागा राम परिहार
९००१७४२७६६ ,९००१८४६२७४ 
सूर्य को क्रूर ग्रह माना जाता हैं | इसकी जन्मांग में अशुभ स्थिति हो तो जातक का जीवन कठिनाइयों भरा रहता हैं | यदि आपके जन्मांग में सूर्य अशुभ होकर स्थित हो तो आपको सूर्य की भाव स्थिति के अनुसार निम्न उपाय करने पर सूर्य शुभ फल देने लगता हैं ......
१...पहले भाव में अशुभ होकर स्थित होने पर अपने मकान में जल का कोई स्तोत्र अवश्य रखे 
२...दुसरे भाव में अशुभ होकर स्थित होने पर बादाम नारियल को दान में देते रहे 
३..तीसरे भाव में अशुभ होकर स्थित होने पर मित्रो की यथासंभव सहायता करे और बुरे कर्मो से दूर रहे 
४..चतुर्थ भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर अंधे व्यक्तियों की सहायता करे और सफ़ेद वस्तुओ का दान करे 
५..पांचवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर लाल मुंह वाले बंदरो को गुड और चना खिलाये और धरम स्थान में केले दान में देवे 
६..छठे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर पूजा स्थान में गंगा जल रखे और हरी वस्तुओ का दान करे 
७..सातवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर ताम्बे का चौकोर टुकड़ा जमीं में दबाये और कलि गाय को तेल में चुपड़ी हुई रोटी खिलाये 
८..आठवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर गाय की सेवा करे और धर्म स्थान में गेंहू और मक्का दान में देवे 
९..नवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर सफ़ेद वस्तुओ का दान करे और पिता से मधुर सम्बन्ध बनाये 
१०..दसवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर तीर्थ स्थान का जल पूजा घर में रखे और ताम्बे का सिक्का सिर पर से सात बार उतारकर जल में प्रवाहित करे 
११..ग्यारहवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर ईमानदारी से काम करे और मांस मदिरा का प्रयोग नहीं करे 
१२..बारहवे भाव में सूर्य अशुभ होकर स्थित होने पर धार्मिक कार्यो को संपन्न करने में सहायता करे और बंदरो को गुड और चने खिलाये 
इस प्रकार अपनी जन्म पत्री में सूर्य की स्थिति को देखकर उपाय करने पर सूर्य शुभ फल देने लगता हैं 
ज्योतिषाचार्य वागा राम परिहार
९००१७४२७६६ ,९००१८४६२७४ 

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